1

About Kandev vashikaran

dickb615hat2
यह काम ही तो सृष्टि की आदि तरंग है ।काम है तो सृष्टि हंसती है ,खिलखिलाती है ,गुनगुनाती है ।चारों और चहल पहल रहती है ।पक्षी चहचहाते हैं,फूल मुस्कुराते हैं ,जड़ जंगम चेतन रहता है ,गतिशील रहता है ।वह मदन (नशीला )है ,पुष्पधन्वा है ,अनंग (न +अंग)है,मन्मथ,मनोज,मार ,कंदर्प ,मनसिज,रतिनाथ,मीनकेतु,,रतिपति https://youtu.be/GLUJtWfs218
Report this page

Comments

    HTML is allowed

Who Upvoted this Story